तहलका टुडे टीम
लखनऊ: उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brijesh Pathak) ने शुक्रवार को केजीएमयू (KGMU) की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। ओपीडी में आए मरीज व उनके परिवारीजनों से मुलाकात की। उनसे उनकी परेशानियों को पूछा। केजीएमयू अधिकारियों से उन्होंने व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। वही मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने बलरामपुर चिकित्सालय, डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने डेंगू वार्ड, मलेरिया वार्ड में जाकर मरीजों से बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
बता दें कि ब्रजेश पाठक सुबह करीब आठ बजे केजीएमयू पहुंचे। ओपीडी के बाहर पुलिस चौकी के निकट ओपीडी पंजीकरण के लिए मरीजों की कतार लगी थी। उन्होंने मरीजों से कतार की वजह पूछी। वहां तैनात कर्मचारियों ने बताया कि काफी मरीज दूसरे जिलों से आते हैं। ऐसे में सुबह से कतार में खड़े हो जाते हैं। 9 बजे से ओपीडी का संचालन होता है। उसे पहले पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होती है। इसके बाद उन्होंने केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार को फोन किया। मरीज और उनके परिवारीजनों की परेशानियों के निस्तारण के निर्देश दिए। ओपीडी पंजीकरण की व्यवस्था में सुधार के लिए उचित कदम उठाने को कहा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर समय पर ओपीडी में बैठे। वार्ड में भर्ती मरीजों को देखे। किसी भी मरीज के इलाज में कोई लापरवाही न बरती जाए। मरीजों को जेनेरिक दवाएं ही लिखें।
उप मुख्यमंत्री पुलिस चौकी गए। उसके बाद शव विच्छेदन गृह गए। वहां की व्यवस्थाओं को देखा। वहां मौजूद अधिकारियों को विशेष साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए। कहा यहां बेतहाशा दुखी व पीड़ा में लोग आते हैं। लिहाजा उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। जल्द से जल्द पोस्टमार्टम किया जाए।
मरीजों को बाहर से दवा लिखने के मामले मे फंसे डॉक्टर, मंडलायुक्त ने अस्पताल का निरीक्षण किया
वही दूसरी तरफ प्रदेश की इकलौती तेज़ तर्रार मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने बलरामपुर चिकित्सालय, डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने डेंगू वार्ड, मलेरिया वार्ड में जाकर मरीजों से बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
मरीजों से बात करते हुए कहा कि कोई भी दवा बाहर से तो नहीं लेनी पड़ रही है सारी दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं इसकी जानकारी लिया। उन्होंने संबंधित को निर्देश देते हुए कहा कि जो दवाइया अस्पताल में उप्लब्ध है उन दवाईयो को अनावश्यक रूप से बाहर से ना लिखा जाये और जो दवाइयां अस्पताल नहीं उपलब्ध है उन दवाईयो का लिस्ट बनाकर बताया जाये। इस दौरान सिविल अस्पताल के डॉक्टर कुलदीप वर्मा (फिजिशियन) को अस्पताल में दवा उपलब्ध होने के बावजूद बाहर से दवा लिखने पर प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिये गये।
साथ ही अस्पताल के सभी स्टाफ ड्रेस कोड में रहे. इमरजेंसी ओपीडी में कितने मरीजों का उपचार किया गया इसकी जानकारी ली. मरीजों के एडमिशन रजिस्टर को चेक कर जानकारी ली कि डॉक्टर अपने समय से राउंड पर आते हैं कि नहीं। संबंधित ने बताया कि अभी डॉक्टर राउंड पर नहीं आये हैं. इस पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि संबंधित डॉक्टर नियमित रूप से वार्डो में राउंड पर आना सुनश्चित करें नहीं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।