तहलका टुडे टीम
रामपुर,पुरषोत्तम राम के नाम से बसा रामपुर को चमकाने की अब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ठानी है आज यहाँ कहा कि अब सियासत, “खानदानी जमींदारी” नहीं, “खिदमत की रवादारी” बन गई है। इस क्रांतिकारी परिवर्तन से सत्ता और सियासत को “खानदानी जागीर” समझने वालों में बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है।
विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण के दौरान अपने सम्बोधन में श्री नकवी ने कहा कि अब नेता की पहचान “परिवार के पालने” से नहीं बल्कि “पराक्रम और परिश्रम” से बनती है।
श्री नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत की “सियासी संस्कृति” में बड़ा क्रांतिकारी परिवर्तन किया है। इसी के चलते “खानदानी विरासत और पानदानी सियासत के सूरमा” सिकुड़ते-सिमटते जा रहे हैं। राजनीतिक क्षेत्र का यह परिवर्तन महात्मा गांधी, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर, सरदार पटेल, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, डा. राम मनोहर लोहिया के सिद्धांतों को साकार कर रहा है।
श्री नकवी ने कहा कि मोदी सरकार ने “रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म” के संकल्प के साथ समाज के हर तबके को तरक्की का बराबर का हिस्सेदार-भागीदार बनाया है। मोदी सरकार “गांव, गरीब, किसान, नौजवान, झुग्गी-झोपडी के इंसान” के हितों को समर्पित सरकार है।
श्री नकवी ने कहा कि मोदी सरकार की हर एक योजना अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति पर केंद्रित है। चाहे किसान हों, नौजवान हों, सैनिक हों, महिलाएं हों, युवा हों, सभी तबकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण को मोदी सरकार ने अपना लक्ष्य मान कर पूरी ईमानदारी से काम किया है।
श्री नकवी ने कहा कि आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक और गुजरात से ले कर असम तक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजनीतिक कार्य संस्कृति में परिवर्तन को जनता ने तहे दिल से समर्थन दिया है। चाहे लेह हिल डेवलपमेंट कौंसिल के चुनाव हों या हैदराबाद म्युनिसिपल चुनाव हों, जनता का भाजपा को अपार समर्थन, श्री मोदी के “विकासवाद और सुशासन” पर पुख्ता मुहर है।
मिस्टरनकवी ने कहा कि अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, विदेश नीति, हर मोर्चे पर श्री नरेंद्र मोदी के इस परिवर्तन का प्रभाव एवं परिणाम साफ दिख रहा है।
श्री नकवी ने कहा कि कोरोना की चुनौतियों के दौरान एक सामान्य पृष्ठभूमि एवं परिवार से आये प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आगे बढ़ कर “संकटमोचक” की भूमिका निभाई है जिसकी देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व ने प्रशंसा की है। श्री मोदी की दूरदर्शिता, प्रभावी नेतृत्व का ही नतीजा है कि इतनी बड़ी जनसँख्या वाला देश होने के बावजूद भारत ने कोरोना के कहर के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी है। श्री मोदी ने कोरोना काल को आपदा नहीं बनने दिया बल्कि “आत्मनिभर भारत” बनाने के एक अवसर में तब्दील कर दिया।
श्री नकवी ने कहा कि कोरोना की चुनौतियों के दौरान 80 करोड़ लोगों को 25 किलो गेंहूं-चावल और 5 किलो दाल मुफ्त मुहैया कराया गया है। 8 करोड़ परिवारों को 3 महीने का निशुल्क गैस सिलिंडर दिया गया है। 20 करोड़ महिलाओं के जन धन खाते में 1500 रूपए दिए गए हैं। कोरोना से लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को 17 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा जारी किये हैं।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिये 60 लाख से अधिक प्रवासियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाया गया। 20 लाख करोड़ का आत्मनिर्भर भारत पैकेज लाया गया। किसान सम्मान निधि का लाभ 10 करोड़ से अधिक किसानों को दिया गया है। आत्मनिर्भर पैकेज के तहत कृषि क्षेत्र के लिए 1 लाख करोड़ की घोषणा की गई। डेरी से फेरी वालों तक की चिंता की गयी।
श्री नकवी ने आज जिला कारागार, रामपुर के पास स्थित मौलाना अबुल कलाम आजाद पार्क का लोकार्पण किया; राजo रज़ा इंटर कॉलेज के पास मौलाना इम्तियाज अर्शी खान द्वार का लोकार्पण किया; गाँधी समाधि पर गाँधी जी की मूर्ति को मुख्य गाँधी समाधि के अंदर लोकार्पण किया; गांधी समाधि के पास स्थित कर्नल यूनुस अली खान द्वार एवं मेजर अब्दुल राफे खान द्वार का लोकार्पण किया; पनवड़िया में नवनिर्मित अटल पार्क का लोकार्पण किया।