राहुल गाँधी बाराबंकी में देवाँ नही महादेवा में आएंगे 18 मई को
तहलका टुडे
बाराबंकी में सियासत कभी देवाँ में जो रब है वही राम का संदेश देने वाले 19 वी सदी के सूफी हाजी वारिस अली शाह के मज़ार पर चादर चढ़ा कर की जाती थी,बड़े बड़े नेता आते थे,लेकिन अब ये चादर का दिखावा भी खत्म होने लगा है।
शनिवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी युवाओं में जोश भरने रामनगर पहुंच रहे हैं तो वहीं एक दिन पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा प्रस्तावित है।
ख़बर की छोटी सी हेडिंग ही, आज के राहुल गाँधी की बड़ी शख़्सियत और ऊँचे चढ़ चुके क़द की गवाही दे रही है। आज सारी दुनिया की निगाह में राहुल गाँधी, मानवीय सभ्यता की खिसकती दीवार के रक्षक बने, खड़े दिखायी देते हैं। आज सारी दुनिया राहुल गाँधी को बड़ी बारीकी और हसरत भरी निगाह से देख रही है। दुनिया का समाज वैज्ञानिक, अर्थशास्त्री, बुद्धिजीवी, पत्रकार और उत्साही युवक राहुल गाँधी के साथ संवाद का लालाइत है। दुनिया उस नौजवान के प्रति जिज्ञासु है, जो अभी अपने इतने बड़े भूखंड और बडी आबादी वाले देश को पैदल डग भरता, लोगों को बग़ैर किसी भेदभाव के गले लगाता, हज़ारो किलो मीटर चल आया है।
राजनीतिक विश्लेषकों ने बहुत मज़ेदार बात कही- “भारत का वह अधनंगा फ़क़ीर जो बांस के एक डंडे के सहारे पूरे देश को नाप रहा है, वह करीब तीस के दशक में बाराबंकी से होकर गुजरा। अतीत के पन्नों में दर्ज है कि शायद गांधी एक बार बाराबंकी में ठहरे थे, लेकिन बाराबंकी की बड़ी ख्वाहिश थी कि गांधी के कदम उनकी माटी को फिर छुए लेकिन बाराबंकी की यह आस अधूरी रह गई। महात्मा गाँधी फिर कभी बाराबंकी नहीं गये, परंतु आज बाराबंकी खुश है कि गाँधी जी नहीं आए, कोई बात नहीं, उन्ही की डगर पर चलता उनका वारिस तो आने वाला है।” आगामी १८ मई को रामनगर स्थित महादेवा की पावन धरा पर बाराबंकी की साझा संस्कृति, विरासत और विकास के मुद्दे पर जनसंवाद करेंगे। वह जनसभा को संबोधित करेंगे।
यह खबर जब से आम चर्चा में आई तब से बाराबंकी में रह रही बड़ी आबादी में राहुल गाँधी के आगमन को लेकर एक चमत्कारिक उत्साह है। राहुल गाँधी जहाँ भी पहुँच रहे हैं, आयोजन स्थल पहले से ही खचाखच भरा हुआ मिल रहा है और लोग शांत चित्त से राहुल गाँधी को सुन रहे हैं। अब जनता इतनी परिपक्व हो चुकी है कि लोकसभा और विधानसभा का अंतर जानती है। वह धार्मिक और जातीय आधार पर बंटना नहीं चाहती है। क्योंकि लोकसभा में राहुल ही उनके सपनों के निकोलस हैं।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण की सीटों पर प्रचार तेज हो गया है। जहां २० मई को मतदान होना है। बाराबंकी (सु.) सीट पर कई राजनैतिक दिग्गजों के दौरे भी होने वाले हैं। शनिवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी सभा युवाओं में जोश भरने रामनगर पहुंच रहे हैं तो वहीं एक दिन पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा प्रस्तावित है।
बाराबंकी संसदीय सीट पर कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व सांसद डॉ पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया गठबंधन से कांग्रेस उम्मीदवार है। जहां तनुज पुनिया का भाजपा उम्मीदवार राजरानी रावत से कांटे का मुकाबला है। राहुल गांधी के आगमन की तैयारी को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप का कहना है कि राहुल गांधी के बाराबंकी आगमन से लोगों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और हम बड़े अंतर से जीतेंगे।