
विकास के महानायक पुत्तू भैया को दी गई श्रद्धांजली
अम्मा प्रेमा अवस्थी ने किया मुख्य द्वार का उद्घाटन,छात्र-छात्राओं के कार्यक्रमों ने मोहा मन
कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया)
हैदरगढ़ बाराबंकी। ग्राम्यांचल शिक्षा संस्थान के संस्थापक एवं क्षेत्र के शिक्षा अग्रदूत स्वर्गीय पंडित सुरेंद्र नाथ अवस्थी “पुत्तू भैया” 10 वीं जयंती पर उपस्थित जनसमूह को बहुत याद आए। इस दौरान उनकी याद में कई बार लोगों की आंखें नम हो गई। वही कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि स्वर्गीय पंडित सुरेंद्र नाथ अवस्थी के सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी हमारी एवं हम सभी की हैं। इस दौरान ग्राम्यांचल के विभिन्न शिक्षा संकाय के छात्र छात्राओं ने अपने कार्यक्रमों की प्रस्तुति दे कर आम लोगों का मन मोह लिया।
हैदरगढ़ क्षेत्र के शिक्षा अग्रदूत स्वर्गीय पंडित सुरेंद्र नाथ अवस्थी की 10 वीं जयंती आज ग्राम्यांचल महाविद्यालय में स्थित पंडित दुर्गा प्रसाद अवस्थी ऑडिटोरियम के हाल में परंपरागत ढंग से मनाई गई। इस मौके पर उपस्थित जनों ने स्वर्गीय अवस्थी को श्रद्धांजलि अर्पित की। जबकि जयंती समारोह का उद्घाटन प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि एमएलसी उमेश द्विवेदी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम्यांचल सेवा समिति की अध्यक्ष श्रीमती प्रेमा अवस्थी ने की। कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि जितिन प्रसाद ने कहा कि स्वर्गीय अवस्थी जी ने इस क्षेत्र में शिक्षा का जो पौधा रोपा वह आज आज वट वृक्ष बन चुका है। आज तमाम छात्र छात्राएं यहां से शिक्षा ग्रहण करके सफल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जबकि तमाम छात्र छात्राएं यहां शिक्षारत भी हैं। उन्होंने कहा कि यहां भवन भी है। प्रांगण भी है एवं सारे संसाधन भी है। ऐसे में जरूरी है कि छात्र छात्राओं की शिक्षा में गुणात्मक सुधार हो। इसका हम सभी ध्यान रखें ।उन्होंने शिक्षा संकाय संचालन के लिए अध्यक्षा श्रीमती प्रेमा अवस्थी एवं पूरे अवस्थी परिवार की तथा शिक्षकों एवं प्रबंधकों की भूरि -भूरि प्रशंसा की।
शिक्षा क्षेत्र के एमएलसी उमेश द्विवेदी ने कहा कि स्वर्गीय पंडित सुरेंद्र अवस्थी पुत्तू भैया रचनात्मक सोच के मालिक थे। उनकी सोच समाज को आगे ले जाने वाली थी। उनके कार्य उन्हें हमेशा हम सभी के बीच जीवंत बनाए रखेंगे। इस मौके पर भारतीय किसान मोर्चा के प्रदेश नेता सिद्धार्थ अवस्थी ने कहा कि हम सभी शुभचिंतकों एवं शिक्षकों के साथ मिलकर ग्राम्यांचल को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाएंगे। इसके लिए हम सब पूरी मेहनत भी करेंगे।
पंडित सुरेंद्र नाथ अवस्थी के पोते विश्रुत अवस्थी ने अपने विचारों को व्यक्त करके जमकर तालियां बटोरी। जयंती समारोह में रामेश्वर द्विवेदी प्रलयंकर एवं सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया सहित अन्य कई गणमान्य जनों ने भी अपने विचार रखे ।
ग्राम्यांचल शिक्षा संकुल की अध्यक्ष श्रीमती प्रेमा अवस्थी ने रुंधे गले से कहा कि आज भले ही अवस्थी जी हमारे बीच में नहीं है। लेकिन हम उनके कार्यों को शिखर तक ले जाने के लिए प्रयासरत हैं। इसमें हमें सभी का सहयोग भी मिल रहा है ।उन्होंने प्राविधिक शिक्षा मंत्री एवं एमएलसी सहित अन्य आए हुए लोगों का स्वागत भी किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने ग्राम्या पत्रिका का विमोचन भी किया ।
इसी श्रृंखला में ग्राम्यांचल शिक्षा संकुल के सभी संकायो के छात्र छात्राओं ने विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोह लिया। खासकर छोटे बच्चों ने जब “मेरे पापा” नृत्य प्रस्तुत किया! उस समय लोगों की आंखें अवस्थी जी को याद करके भर आयी। महाविद्यालय के प्रबंधक राजेश सिंह ने आए हुए सभी अतिथियों के प्रति आभार जताया। जबकि कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षा विद्वान लालमणि शुक्ला ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से भाजपा किसान नेता सुधीर सिंह, मोहम्मद अकील, शरद अवस्थी, आशुतोष अवस्थी, वीरेंद्र चौहान, माता बक्स सिंह, गोपी कृष्ण गर्ग, भगवंत रावत, जितेंद्र सिंह, रामाधार यादव, अशोक सिंह, विक्रम तिवारी, जगदीश शर्मा, लल्ला खान, सरवर सिद्दीकी ,मौलाना इस्माइल, शिव कुमार चतुर्वेदी,आर पी पाठक, राजकुमार झुनझुनवाला, सौरभ मिश्रा, बृजेश रावत,पीयूष मिश्रा, यतीश तिवारी सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं व अभिभावकजन उपस्थित थे।