तहलका टुडे टीम
लखनऊ,-देश के रक्षामंत्री के और अदब की सरज़मी लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह आज से लखनऊ के दो दिन के दौरे पर हैं। शनिवार को उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ सेना के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का शिलान्यास किया। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के भूमि पूजन कार्यक्रम में उनके साथ सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे भी मौजूद रहे। यह अस्पताल 788 बेड का होगा, जिसमें 100 इमरजेंसी बेड अलग से होंगे। इससे छह लाख जवान और परिवार को फायदा मिलेगा। यह हॉस्पिटल नर्सिंग और डेंटल कॉलेज की तरह काम करेगा।
रक्षामंत्री ने कहा कि इंडो चाइना स्टैंड ऑफ के दौरान भारतीय सेना ने करिश्माई काम किया है, जिससे पूरे देश का हौसला बढ़ा है। देश का मस्तक ऊंचा हुआ है। न्यू कमांड अस्पताल के प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों को हार्दिक बधाई। पिछला साल बाधाओं का साल था तो यह समाधान का साल है। पिछला निराशा से भरा था तो यह उत्साह से परिपूर्ण होगा। नेपाल के भी सर्विंग, रिटायर अफसरों की भी सेवा यह अस्पताल करता है। 20 वर्षों से न्यू कमांड अस्पताल की बात चल रही थी। लेकिन 2018 में पास हुआ था। लेकिन कई कारणों से निर्माण कार्य टलता रहा। अब बाधाएं दूर कर दी गई हैं। यहां लगे पेड़ों को रिलोकेट किया जा रहा है, यह अच्छी बात है।
राजनाथ सिंह ने कहा, कोविड की चपेट में पूरी दुनिया है। क्या कभी सोचा था कि बगैर धूमधाम के होली का त्योहार मनाएंगे। ईद मनाएंगे। रेलें बंद हो जाएंगी, हवाईजहाज बंद हो जाएंगे। आपदा आने के साथ ही निपटने के प्रयास शुरू कर दिए गए थे। पीएम लगातार बैठक करते थे। 2 लैब थीं, आज हजार से ज्यादा हैं। मास्क, पीपीई किट नहीं थीं। वहीं अब मास्क, वेंटिलेटर बनाकर देश ही नहीं दूसरे देशों को एक्सपोर्ट भी कर रहे हैं।
स्वदेशी वैक्सीन केवल भारतवासियों को ही नही लगाई जाएगी बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी हम निर्यात करने वाले है क्योंकि भारत एक ऐसा देश है जिसने केवल अपनी चिंता नही की है बल्कि सारे विश्व की चिंता की है।
लेकिन डॉक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ ने जोखिम न उठाया होता तो सारा इंफ्रास्ट्रक्चर धरा रह जाता। ये फ्रंट लाइन सोल्जर रहे। दो वैक्सीन स्वदेशी बनाई हैं, चार और आने वाली हैं। भारत अपनी नहीं पूरी दुनिया की चिंता करता है।
महात्मा गांधी ने स्वच्छ भारत का सपना देखा। दीन दयाल भी कहते थे मनुष्य तन, मन, बुद्धि, आत्मा से मिलकर बने हैं। इनके स्वास्थ्य की चिंता और संतुलन बना रहना चाहिए। आज भी उतने अस्पताल नहीं हैं, जितने चाहिए। जीडीपी में भी हेल्थ सेक्टर में वृद्धि कर रहे हैं। मेडिकल में रिसर्च डेवलपमेंट को बढ़ावा दिया है। आयुष्मान जैसी योजना दुनिया में नहीं है। दो साल में 1.5 से ज्यादा लोगों को लाभ मिला है। पप्राइमरी हेल्थ सेंटर को हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर की तरह विकसित कर रहे हैं। हर जिले में एक पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कॉलेज होगा। 22 नए एम्स 6 महीने में बन गए। mbbs की 30000 सीटें बढ़ाई गई हैं। निर्धारित समय मे अस्पताल बनकर तैयार हो, ऐसी कामना करता हूं। 1971 युद्ध का स्वर्ण जयंती वर्ष मनाया जा रहा है, उसकी भी बधाई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि भूमिपूजन समारोह के मुख्य अतिथि राजनाथ सिंह, थलसेनाध्यक्ष का हृदय से अभिनंदन करता हूं। दस महीनों से पूरी दुनिया जिस महामारी से त्रस्त थी, उसके खिलाफ वैक्सीनशन शुरू हो गई है। न्यू कमांड अस्पताल के कार्यक्रम से खुशी दोहरी हुई है। वास्तव में भारत की सेना दुनिया मे शौर्य पराक्रम के लिए जानी जाती है। सेना की जरूरतों की पूर्ति के लिए केंद्र सरकार ने हर प्रकार से सुविधा दी है। स्वास्थ्य सेवा की महत्ता हम समझते हैं। लखनऊ में नए कमांड अस्पताल की जरूरत समझते हैं। कोरोना से जंग में सेना ने बढ़चढ़कर मदद की है। कमांड ने पहले ही pgi, rml, kgmu से mou किये हुए हैं। पूर्व सैनिकों की सहायता के लिए तत्पर हैं। सेना की व्यवस्था सिविल प्रशासन में आगे बढ़ने की उमंग भरता है। रक्षा और सिविल प्रशासन मिलकर काम करेगा। भरपूर सहयोग किया जाएग
मध्य कमान सेनाध्यक्ष आईएस घुमन ने कहा कि 8 आर्मी स्टेशन भी वर्चुअल रूप से जुड़े हुए हैं। 1889 में ब्रिटिश आर्मी के लिए कमान अस्पताल बना था। अभी उसे मॉडर्न बना रहे हैं। नया मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में 788 बेड और 100 इमरजेंसी बेड, 6 लाख जवानों को कवर करेगा, 22 मिलिट्री अस्पताल अभी सेवाएं दे रहे हैं। नर्सिंग कॉलेज, डेंटल के लिए भी कॉलेज की तरह काम करेगा। पिछले 8 महीने में यहां लगे पेड़ों को शिफ्ट किया गया है। काटा नहीं गया है। टेंडर जल्द दिए जाएंगे। अगले तीन से चार साल में अस्पताल तैयार हो जाएगा।
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और बलराम हॉस्पिटल में चल रहे ‘टीकाकरण अभियान’ को मौक़े पर पहुँच कर देखा और इस अभियान में शामिल फ़्रंटलाइन वर्कर्स का अभिनंदन किया।
आज लखनऊ में मध्य कमान के नए सेना अस्पताल के भूमि पूजन समारोह में सम्मिलित हुआ। लगभग ९०० बेड क्षमता वाला यह अस्पताल एक ‘सुपर स्पेशियलिटी’ अस्पताल होगा। इसके बन जाने से सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारजनों को बेहतर इलाज की सुविधा लखनऊ में ही मिल सकेगी।
राज नाथ सिंह ने ये भी कहा यदि हमारे डाक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ जिन्हें हम कोरोना वारियर्स के रूप में जानते है न होते तो हम शायद इस कोरोना महामारी की चुनौती का मुकाबला नही कर पाते। इसलिए ही चिकित्सकों को हम धरती पर दूसरा भगवान मानते हैं।
नए साल की शुरुआत में ही उत्तर प्रदेश में स्थित मध्य कमान में एक नए Command Hospital के निर्माण का आग़ाज़ हमें यह संदेश देता है कि यदि पिछला साल बाधाओं से भरा रहा तो निश्चित रूप से यह साल नए समाधान का वर्ष होगा।