तहलका टुडे डेस्क
बाराबंकी। मशहूर शेर कि खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है वास्तव में उन लोगों की शख्सियत पर फिट बैठता है जो अपने जीवन को केवल और केवल जन सेवा में समर्पित रखते हैं ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद वसीम राईन भी कुछ इसी श्रेणी के समाजसेवियों में शुमार हैं जिनके नाम कोरोना काल में अनेकानेक जनसेवा संबंधी उपलब्धियों के साक्षी जनपद के वह विभिन्न स्थान हैं जहां उन्होंने जरूरतमंदों की मदद में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। इसके अलावा कोविड-19 के प्रति जनजागरूकता में भी उन्होंने काफी सराहनीय योगदान प्रस्तुत किया।
इसी को लेकर आज लखनऊ के होटल ताज में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उनको अवध अवॉर्ड देकर सम्मानित किया सम्मानित होने के पश्चात श्री वसीम ने डिप्टी सीएम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका हमेशा से ही प्रयास रहा है कि जिसके जितना भी हो सके काम आया जाए क्योंकि इस समाज में ऐसे बहुत से जरूरतमंद है जिनको वाकई में मदद की आवश्यकता है और जिस समय लॉकडाउन प्रभावी था उस समय सैकड़ों हजारों लोग गरीबी बेबसी की पीड़ा के साथ जीने पर मजबूर थे उस समय हम सब का फर्ज बनता था कि सबके साथ न सही लेकिन जो भी नजर के सामने आए उसकी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास किया जाए उन्होंने कहा कि वह अपने संगठन के जरिए हमेशा ही लोगों के दुख दर्द में शरीक रहने में पीछे नहीं रहते क्योंकि यही वह भावना है जो आदमी की आदमी के प्रति इंसानियत को बढ़ावा देती है उन्होंने अपने संदेश में कहा कि जो लोग संपन्न हैं उनको चाहिए कि वह गरीबों के काम आने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें क्योंकि इससे मन को असीम शांति का अनुभव होता है और ईश्वर भी ऐसे लोगों पर अपनी रहमत बरसाता है।