
ये तस्वीर 13 दिसंबर रविवार की है। महराजगंज के डीएम और एसपी के साथ देखिये किस तरह जिलाधिकारी के कैंप कार्यालय में कुर्सी पर बैठा है जिले का कुख्यात गैंगेस्टर और घुघुली थाने का हिस्ट्रीशीटर अनिल गुप्ता। कुछ दिन पहले ही गैंगेस्टर एक्ट में जमानत पर जेल से छूट कर निकला है यह बाहर। इन्हीं डीएम के पास वर्तमान में लंबित पड़ी है इस अपराधी को जिला बदर करने की फाइल।
तहलका टुडे टीम
लखनऊ: यूपी के महराजगंज जिले से हैरान करने वाली तस्वीर सामने आ रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ के दावे के विपरित महराजगंज जिले के डीएम और एसपी खुद ही कुख्यात अपराधियों को संरक्षण दिये हुए हैं?
दो दिन पहले रविवार को महराजगंज जिले का कुख्यात गैंगेस्टर और घुघुली थाने का हिस्ट्रीशीटर अनिल गुप्ता 13 दिसंबर रविवार को जिलाधिकारी के कैंप कार्यालय पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के सामने बड़े आराम से बैठे दिखा। इसके बाद से ही ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है।
हैरान करने वाली बात यह है कि इस अपराधी के आतंक व खौफ की वजह से ही वर्तमान एसपी ने इसी 14 अक्टूबर को इस पर गुंडा एक्ट लगाया, इसके बाद जिलाधिकारी को 6 महीने के लिए जिला बदर करने की फाइल भेजी लेकिन जिलाधिकारी दो महीने से यह फाइल न जाने क्यों दबाये बैठे हैं?
अंदर की खबर यह है कि यह कुख्यात अपराधी तेली-साहू समाज के एक मामले को लेकर अपनी जाति के नेताओं के साथ अधिकारियों को ज्ञापन देने गया था, उसी दौरान यह पूरी ठसक के साथ जिलाधिकारी और एसपी के सामने की आगतुंको की कुर्सी की बजाय अफसरों के ठीक बगल वाली कुर्सी पर बैठ पूरा रौब गांठते नजर आय़ा? आखिर इस अपराधी के साथ इनका क्या अंदरुनी गठजोड़ है जो इन्होंने अपने बगल की कुर्सी पर बैठने की इन लोगों ने अनुमति दी?