रिज़वान मुस्तफ़ा/तहलका टुडे टीम
दिल्ली- अमेरिका इज़राईल की शातिराना चाले जारी है,पूरी दुनिया में जारी है,CAA NRC के हव्वे को खड़ा करने के बाद अब कॅरोना वायरस का खौफ फैला दिया है जिसके चलते ईरान और सऊदी अरब ने जायरीनों और उमरा करने वालो पर रोक लगा दी है।इसके चलते हज़ारो करोड़ डॉलर का टूरिस्ट कारोबार को जबरदस्त धक्का लगा है।
मे पहले मोदी अमित शाह को CAA ,NRC की क्रोमनोलॉजी समझाई ,CAA लागू कर दिया NRC का हव्वा खड़ा करवा दिया बयानों के ज़रिए,दुसरी तरफ मुसलमानो के बीच मे जाकर एजेंटो से भड़कवाया लेकिन मुसलमानो को आतंकी बनाने का मंसूबा कामयाब ना हो सका,असलहों की डील नही हो पाई लेकिन इसकी आड़ में मुखबिरी के लिये अरबो डॉलर के सॉफ्टवेयर और टेक्नोलोजी इंडिया को बेची गयी,सूत्रों की माने तो मुखबिरों और मुखबिरी पर खर्च होने का कोई भी हिसाब नहीं रखा जाता और ना शो किया जाता है,
इसी बीच आम बुखार को कॅरोना वायरस के नाम से पहला शिकार चीन को बनाया और ऐसी अफवाह उड़ाई की पूरी दुनिया के दिल और दिमाग मे कॅरोना वायरस का खौफ छा गया,
चीन से फैले कोरोनावायरस के डर से पूरी दुनिया खौफ में है। सऊदी अरब ने भी इससे बचने के लिए अहतियात बरतनी शुरू कर दी है। सऊदी ने अपने यहां कोरोनावायरस के प्रसार पर रोक लगाने के लिए धार्मिक यात्राओं पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की, अस्थायी रूप से मक्का और मदीना सहित धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए राज्य में तीर्थयात्रियों के प्रवेश को प्रतिबंध किया गया है।
सऊदी अरब ने कोरोनोवायरस की वजह से अन्य देशों के पर्यटक वीजा के साथ प्रवेश को भी निलंबित कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उपायों को अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा की गई सिफारिशों के अनुरूप किया गया है और कोरोनावायरस के प्रकोप को रोकने के लिए वैश्विक प्रयासों का समर्थन किया गया है।
जीसीसी देशों से राष्ट्रीय पहचान पत्र का उपयोग कर सऊदी की यात्रा करने वाले लोगों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन मंत्रालय का कहना है कि सऊदी नागरिक घर लौटने में सक्षम होंगे। जीसीसी नागरिकों को भी अपने स्वयं के पहचान पत्र का उपयोग करके अपने देशों में लौटने की अनुमति होगी।
मंत्रालय ने कहा कि सऊदी ने इस वायरस के प्रसार को सीमित करने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय उपायों का समर्थन किया और अपने नागरिकों से कोरोनोवायरस के प्रकोप का सामना करने वाले देशों की यात्रा करने से पहले सावधानी बरतने का आग्रह किया है। सऊदी अरब का कहना है कि ये उपाय अस्थायी हैं और संबंधित अधिकारियों द्वारा निरंतर मूल्यांकन के अधीन हैं।
चीन में मरने वालों की संख्या 2,744 हुई
चीन में महामारी बन चुके कोरोनावायरस से बुधवार को 29 और लोगों की मौत से इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,744 हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि 29 जनवरी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब इस विषाणु से एक दिन में इतने कम लोग मारे गए हैं। इससे पहले 29 जनवरी को कोरोना वायरस के कारण 26 लोग मारे गए थे।
आयोग ने बताया कि बुधवार को इसके 433 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से 24 के अलावा सभी हुबेई प्रांत में सामने आए हैं, जिसकी राजधानी वुहान से पिछले साल दिसंबर से यह वायरस फैलना शुरू हुआ था। देश में अभी इसके कुल 78,500 मामले हैं।
इसके नए मामलों में पिछले कुछ सप्ताह से हालांकि गिरावट आ रही है। हुबेई में अब भी इसका प्रकोप जारी है लेकिन चीन के बाकी शहरों में धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। फिलहाल सभी स्कूल बंद हैं।
वहीं बहादुर मुल्क ईरान (Iran) भी इज़राईल और अमेरिका की चाल से दहशत ज़दा हो गया,ईरान की ओर से भी कहा गया है कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए शहर बंद करने के बजाय मरीजों के आने-जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. वहीं शहरियों को ईरान के ऐसे शहरों के सफर से बचने की हिदायत दी गई है, जहां आवाजाही ज्यादा हो. वहीं एहतियात के तौर पर शहरों में डॉक्टरों की टीमें तैनात कर दी गई हैं.
क़ुम में तो बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गयी है।
आमतौर पर सऊदी अरब उमरा हज,और ज़ियारत के लिए ईरान जाने वालों को पहले भी नज़ला ज़ुकाम बुखार ज़रूर हो जाता था आमतौर पर,अब इस अफवाह से बुखार खांसी वालो से लोग भाग रहे है ।