
तहलका टुडे डेस्क
मुम्बई- जामा मस्जिद अहले हदीस मदरसा तालीमुल इस्लाम सोनापुर मांडुप मुम्बई के सेक्रेट्री मौलाना अब्दुल सलाम को बीती रात चौकी में पुलिस ने बैठालकर खूब मच्छर नुचवा कर उत्पीड़न किया,वो भी एक नटवरलाल वकील एजाज़ अब्बास नकवी के इशारे पर,एहसास और शर्मिंदगी में डूबे मौलाना साहब ने बताया की एक वक़्फ़ मामले में इनको किसी के कहने पर अपना वकील बना लिया था,और 6 लाख फीस वसूलने के बाद काम ना होने पर कमेटी की नाराज़गी बताना भारी पड़ गया,वकील साहब ने मौलाना को आफिस बुलाया और पुलिस के हवाले कर दिया।अवाम में गुस्सा है,Pm, Cm,हाइकोर्ट,सुप्रीमकोर्ट, पुलिस कमिश्नर से शिकायत कर इस नटवरलाल एजाज़ के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
मौलाना अब्दुल सलाम ने बताया कि वक़्फ़ ट्रिब्यूनल में एक वक़्फ़ का मामला था,मुझे किसी ने बताया एजाज़ अब्बास नक़वी बड़े वकील है और वक़्फ़ कौंसिल दिल्ली के मेम्बर भी है इनको आप वकील कर ले,मैं और कमेटी वाले इनके पास गए इन्होंने अपनी फीस 1.5 लाख बताई स्टे दिलवाने के ठेका ले लिया। स्टे मिल गया, साल भर बाद जब स्टे खत्म होने का मौका आया तो इन्होंने कहा हाइकोर्ट जाना पड़ेंगा,इसके 1 लाख और देना पड़ेंगा फिर मामला खत्म कराने के नाम 4 लाख धीरे धीरे करके ले लिये, लेकिन कई महीने गुज़र जाने के बाद भी काम नही हुआ जिस पर कई मेम्बरों ने एतराज़ किया तो वकील एजाज़ अब्बास नकवी गाली गलौज क़रने लगे।
मैंने टेलिफोन से बात की तो पहले मुझसे भी बदतमीज़ी से बात की लेकिन बाद में आफिस आकर बात करने को कहा मैं उनके चैंबर में गया तो वहाँ इनके अलावा इनका मुंशी भी था,बात हो गयी मैंने कहा आप काम करवां दीजिये मैं कमेटी के मेम्बरों की तरफ से माफी मांगता हूं ।पर वो नार्मल हुए और मुंशी से कहा मौलाना साहब को चाय पिलाओ कहकर बाहर चाय लाने के लिये भेजा,वो चाय लाने के बजाय 2 पुलिस वालों को साथ लाया,पुलिस हमको चौकी ले गयी, मैंने पुरी बात बताई तो चौकी से रात 1 बजे छुट्टी मिली,बीती रात फिर बुलाया गया और कहा गया फ़ाइल चोरी की है। जब मैंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे में दिखवा लीजिये अगर साबित हो जाये तो हमे उम्र कैद की सज़ा दे दीजियेगा कहना पर रात 3 बजे छोड़ा गया।
मौलाना सलाम का कहना है की वकील के लबादे में इस नटवरलाल की शिकायत PM, Cm, पुलिस कमिश्नर,वक़्फ़ कौंसिल,सुप्रीम कोर्ट, बार,हाइकोर्ट से करूंगा।
वही एजाज़ अब्बास नकवी ने एम आर ए मार्ग पुलिस स्टेशन हज हाउस मुम्बई को दिये पत्र में लिखा है की वो 5 साल का LLB,LLM, पीएचडी,करने के साथ वक़्फ़ कॉउंसिल का मेम्बर रहा है। मेरे चैंबर में वक़्फ़ सूट 91/18 वक़्फ़ ट्रिब्यूनल औरंगाबाद के मामले में
अब्दुस सलाम,अब्दुल हई, असलम सिद्दीकी समेत अज्ञात लोग आये पिस्तौल दिखाकर 2 लाख की मांग करते हुए फ़ाइल उठा ले गए।
मालूम हो एजाज़ अब्बास नकवी पर वक़्फो के मामलों में बड़ी रकम लेकर खुर्द बुर्द करने के इल्ज़ाम लगे है।
वक़्फ़ कौंसिल का मेम्बर रहते हुए वक़्फ़ माफिया वक़्फ़ खोर वसीम रिज़वी चेयरमैन यू पी शिया सेंट्रल बोर्ड ऑफ वक़्फ़ से मिलकर ऐसी रिपोर्ट लगा दी जिससे सीबीआई जांच नही हो पाई।एजाज़ अब्बास नक़वी की वजह से आफताबे मिल्लत मौलाना कल्बे जव्वाद के वक़्फ़ बोर्ड के खिलाफ सी बी आई जांच की मांग पामाल हो गयी और उनके वक़्फ़ बचाने के मिशन को धक्का लगा।
और वसीम रिज़वी को खुराफात करने की ताकत मिली