- तहलका टुडे टीम
कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद शुरू हुई खींचतान के बाद सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस सीनियर नेता मोतीलाल वोरा को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है. राहुल इस्तीफे की ज़िद पर अड़े रहे लेकिन पार्टी राहुल के अल्टीमेटम के बाद भी पार्टी अध्यक्ष पद के लिए किसी नाम पर सहमति नहीं बना सकी है इसलिए अब कहा जा रहा है कि जब तक नया कांग्रेस अध्यक्ष नहीं ढूंढ़ लिया जाता, तब तक वोरा अंतरिम अध्यक्ष रहेंगे. 50 सालों से कांग्रेस में नेता रहे मोतीलाल वोरा के बारे में दिलचस्प और ज़रूरी बातें जानिए.
90 साल के हो चुके मोतीलाल वोरा पुराने दिग्गज राजनीतिकों में शुमार किए जाते रहे हैं और 50 सालों से कांग्रेस के साथ संगठन और सरकारों में जुड़े रहे हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके वोरा का राजनीतिक सफर 1960 के दशक में शुरू हुआ था और शुरूआत में वोरा समाजवादी विचारधारा वाली पार्टी के साथ जुड़े थे लेकिन उसके बाद 1970 में कांग्रेस में आए और कांग्रेस पार्टी और राज्य सरकार में उच्च पदों पर रहने के बाद राज्यसभा तक भी पहुंचे. वोरा विवादों में भी फंसे लेकिन कुछ कारणों से गांधी परिवार के चहेतों में शुमार रहे.
गांधी परिवार से रिश्ते
प्रभात तिवारी और पंडित किशोरीलाल शुक्ला की मदद से 1970 में वोरा कांग्रेस में शामिल हुए थे. उसके एक दशक के भीतर ही वो गांधी परिवार के काफी करीब आ गए थे. उनकी कुशलता और एक दशक में मध्य प्रदेश में तीन बार चुनाव जीतना खास कारण थे. 1983 में इंदिरा गांधी सरकार में वोरा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1985 में वोरा ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभाला. इसके बाद राजीव गांधी सरकार में भी वोरा शामिल हुए, जब राज्यसभा के सदस्य के तौर पर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था.