
लखनऊ – CM योगी को बदनाम करने के लिए फ़र्ज़ी प्रेमिका बनाकर कालीदास मार्ग आवास भेजने वाला उमराव जान का सप्लायर वक़्फ़ खोर वसीम रिज़वी गिरोह को मिली नाकामयाबी के बाद अब फिर वक़्फ़ संपत्ति को बचाने वाले आफताबे मिल्लत मौलाना कल्बे जवाद के खिलाफ नौशाद से मिलकर मौलाना और शिया क़ौम को बदनाम करने की साज़िश रचने लगा जिसपर मौलाना जवाद ने CM योगी और DGP को पत्र लिखकर नौशाद और उसके परिवार की सुरक्षा की मांग कर ,खुराफाती तत्वों के मंसूबो पर पानी फेर कर हड़कम्प मचा दिया है।
मालूम हो आफताबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नक़वी साहब की वक़्फ़ बचाओ मुहिम से मुसलमानो में वक़्फ़ की ज़मीन बचाने को लेकर पैदा हुई जागरूकता से वक़्फ़ खोरी में लगे वसीम जो पहले मौलाना साहब के टॉमी की तरह पीछे पीछे दौड़ा करता था,शैतान समझकर जब यहाँ से लाहौल पढ़ी गयी और धत्त धत्त बोला गया तो यहाँ से भाग कर हमेशा के लिए मौलाना जवाद साहब का दुश्मन बन गया
वक़्फ़ खोर वसीम शैतान ने वक़्फ़खोरो को मुतवल्ली बनाने के साथ एक पूरी टीम खड़ी कर ली और उस टीम में सपा के ईमानदार मंत्री के रुप मे मशहूर आज़म खान को भी शामिल कर मौलाना कल्बे जवाद पर ज़बानी हमले के साथ साथ वक़्फ़खोरो के खिलाफ मुहिम के लिए निकले जुममातुल अलविदा के जुलूस में लाठियां चलाकर रोज़ेदारों को खूब पिटवाया भी और एक को जान से भी मार डाला,मौलाना कल्बे जवाद साहब के समर्थक अगर उनको घेर ना लेते तो उनको भी मार डाला जाता लेकिन पुलिस मोहकमे के एक अधिकारी ने अपनी जान पर खेलकर जहाँ मौलाना मोहम्मद मिया आबिदी को बचाया वही मौलाना कल्बे जवाद साहब को बचाने के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा दी नतीजतन मौलाना जवाद साहब बाल बाल बच गये।
लेकिन उसके बाद भी आज़म खान वसीम रिज़वी की साज़िश से निहत्ते रोज़ेदारों के खिलाफ फ़र्ज़ी दर्जनो मुकदमे ठोक दिए गए,
जिसमे तमाम वक़्फ़ बचाने वाले मौलाना कल्बे जव्वाद साहब के समर्थक कई महीने तक जेल में रहे।
मौलाना जवाद साहब की मुहिम से और सीबीआई जांच की मांग से परेशान वसीम रिज़वी ने शिया वक़्फ़ बोर्ड के तमाम दस्तावेज़ों को गायब कर दिया और वक़्फ बोर्ड के रिटायर्ड कर्मचारी रहमत और गुलाम सैयदैन को दोबारा रखकर उनसे मिलकर दस्तवेज़ों में हेरफरी और घपलेबाजी कर डाली ।
इंसाफ के पंजे और सरकार को गुमराह करने के लिए पहले मौलाना कल्बे जवाद साहब पर वक़्फ़ का इल्जाम लगाया जब उसमे भी सपोर्ट और हमदर्दी नही मिली ।
तो वक़्फ़ खोर वसीम रिज़वी ने शुरू किया देश के शरीफ और नेक हिदू भाइयो को अपनी साज़िश का शिकार बनाना,राम जन्म भूमि विवाद में पहले पछकार बनने मे लगा,पेड न्यूज़ मीडिया ने उसको खूब हाई लाइट किया लेकिन जब वो मामला बुलबुला बनकर फुट गया तो रामजन्म भूमि पर फ़िल्म बनाने लगा,उस पर भी जब कोई रिस्पांस नही मिला तो उस फिल्म में माँ सीता का रोल अदा करने वाली अभिनेत्री को अपने साथी से बलात्कार करवाकर एक नई कहानी बना कर साम्प्रदायिक दंगे की साज़िश रची ।
Cm योगी और फैज़ाबाद प्रशासन ने मामले की गंभीरता से फौरन हालात पर काबू पाकर इसके खास दोस्त बलात्कारी को गिरफ्तार कराकर हालात पर काबू पाया गया।
सूत्रों के मुताबिक वसीम रिज़वी गिरोह में कुछ वकील पत्रकार और खुद आजम खान भी शामिल है अक्सर समाज मे ज़हर बोने और अपनी तरफ से सरकार का ज़ेहन हटाने के लिए ये खुराफात किया करते है। इन सब के मोबाइल के सर्विलांस हुए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ एक आवारा महिला को आवास भेजकर प्रेमिका बनाके बदनाम क़रने का मामला जग जाहिर है उसमें भी वसीम रिज़वी को कामयाबी नही मिली, सरकार और प्रशासन का शिकंजा कसने लगा तो नौशाद नाम के खुराफाती से फिर खुराफात कराकर फ़र्ज़ी इल्ज़ाम मौलाना साहब पर लगाया।
ये मामला अभी चल ही रहा था की आज मौलाना कल्बे जवाद साहब ने सी एम योगी और डीजीपी को पत्र लिखकर झूठ मन गढ़न्त आरोप लगाने वाले दुश्मन नौशाद और उसके परिवार की सुरक्षा की मांग करके वक़्फ़ खोर वसीम रिज़वी के मंसूबो पर पानी फेर दिया।
वही शिया समुदाय के साथ मुसलमानो और नेक हिदुओ में भी वसीम रिज़वी की हरकतों को लेकर काफी रोष व्याप्त है।
सेव वक़्फ़ इंडिया के वाईस प्रेसिडेंट रिज़वान मुस्तफ़ा ने शिया वक़्फ़ बोर्ड, वसीम रिज़्वी की जांच CBI से कराने के साथ इसको और नौशाद जो पैसे और दुश्मनी में इस हद्द तक गिर जाए के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कारवाही करने के साथ जेल भेजने की मांग की है।