तहलका टुडे टीम
अंबेडकरनगर/लखनऊ- बैखौफ बदमाशों ने आज अंबेडकनगर जिला को दहला दिया। ताबड़तोड़ फायरिंग में बसपा नेता के साथ उनके वाहन चालक की हत्या कर दी। इस दौरान फायरिंग से सड़क पर जा रहे दो लोग भी घायल है। पुलिस ने जिले का बार्डर सील करवा दिया है। अब कई थाना की फोर्स बदमाशों में तलाश में लगी हैं।कप्तान भी मौके पर पहुचे हैं। फैज़ाबाद लखनऊ बाराबंकी समेत कई जिलो मे ज़ुरगाम की मौत पर माातम हैं,हुसैनी टाइगर्स के शमील शम्सी और सेव वक़्फ इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट रिज़वान मुस्तफा ने की ADG LO से मुलाकात कर हत्यारो को जल्द पकड़ने के साथ कडी कारवाही करने के साथ परिवार की सुरक्षा की मांग की ।
हंसवर थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना में बसपा नेता जुरगाम मेंहदी पर मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने घेर कर हमला किया। गंभीर रूप से घायल जुगराम मेहंदी को घायल चालक जिला अस्पताल लेकर भागा लेकिन कलेक्ट्रेट तक पहुंचते पहुंचते वह बेहोश हो गया और उसकी गाड़ी दीवार से टकराकर खडी हो गई। जिला अस्पताल पहुंचने पर जुलगाम मेंहदी को चिकित्सक डॉ आरके सिंह ने मृत घोषित कर दिया। जुगराम के चालक सुमित यादव को भी कुछ देर बाद मृत घोषित कर दिया गया। दो-दो हत्याओ से जिला अस्पताल में भारी गहमागहमी हो गयी। थोड़ी ही देर में भारी संख्या में पुलिस बल जिला अस्पताल में तैनात कर दिया गया।
हमले के तीन घंटे बीत जाने के बाद भी एसपी के जिला अस्पताल नहीं पहुंचने पर लोग सवाल उठा रहे हैं। परिजन और जुरगाम के समर्थक जिला अस्पताल में हंगामा कर रहे हैं। जुगराम मेहंदी को बसपा के वरिष्ठ नेता लालजी वर्मा का करीबी बताया जाता है। अंबेडकरनगर के हंसवर थाना क्षेत्र में सोमवार को बसपा नेता जुरगाम मेहंदी की गाड़ी पर अज्ञात बदमाशों ने हमला किया। बाइक सवार बदमाशों ने बसपा नेता की गाड़ी को घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग की। हमले में गाड़ी में सवार जुरगाम के ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं हमला करने के बाद हमलावर फरार हो गए। इसके बाद लोगों ने जुरगाम मेहंदी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल में डॉक्टरों ने जुरगाम को मृत घोषित कर दिया।
इस घटना को जुगराम मेंहदी व खान मुबारक के मध्य चल रहे विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। जुगराम मेंहदी को पूर्व मंत्री व बसपा नेता लालजी वर्मा का बेहद नजदीकी माना जाता है। जानकारी के अनुसार हंसवर थाना क्षेत्र के नसीराबाद गाँव निवासी जुगराम मेंहदी सोमवार की सुबह कहीं जाने के लिए निकले।उनकी गाड़ी को चालक सुभनीत यादव चला रहा था। गाडी में उनकी निजी सुरक्षा के लिए भी तीन लोग बैठे बताये जाते है।
गाँव से कुछ दूर पहुंचते ही मोटर साईकिल सवार तीन बदमाशो ने उनकी गाड़ी को घेरकर ताबड़तोड़ गोली मारनी शुरू कर दी। गोली चलते ही गाड़ी में बैठे अन्य लोग भाग निकले। गोली लगने से जुगराम मेंहदी गम्भीर रूप से घायल हो गए। चालक सुभनीत की नाक के पास गोली लगी जो सिर के पीछे निकल गयी। गम्भीर रूप से घायल चालक जुगराम को लेकर जिला अस्पताल भागा लेकिन कलेक्ट्रेट तक पहुंचते पहुंचते वह बेहोश हो गया। वँहा से दोनों को निजी एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया जंहा दोनों की मौत हो गई।
बताया जाता है कि क्रॉस फायरिंग में दो राहगीर राम निवास व संजय भी घायल हो गए जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अन्य घायल के बारे में सटीक सूचना नही मिल पा रही है कि वह कौन है। जिला अस्पताल में भारी भीड़ जमा है। पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि मृतक के विरुद्ध दर्जन भर मुकदमे दर्ज हैं। हत्यारों की तलाश के लिए पूरे जिले में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। बताया जाता है कि हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद खान मुबारक जिंदाबाद व जुरगाम मेंहदी मुर्दाबाद के नारे भी लगाये गए । टांडा विधायक संजू देवी ने भी जिला अस्पताल पहुंचकर घटना पर दुःख व्यक्त किया और हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।
अंबेडकरनगर के हंसवर थाना क्षेत्र के हीरापुर में आज करीब दस बजे हुई इस घटना में एक माफिया का नाम सामने आ रहा है। जुरगाम मेंहदी की जेल में निरुद्ध माफिया खान मुबारक से अदावत चल रही थी। अभी कुछ दिन पहले ही जुरगाम मेंहदी ने हमले की आशंका जताई थी। एएसपी अशोक राय ने कहा कि हमलावरों की तलाश के लिए नाकेबंदी की गई है।
बसपा नेता जुगराम पर इससे पहले भी दो बार जानलेवा हमला हो चुका था। एक बार वे बाल-बाल बच गए जबकि एक बार 9 गोलियां लगने के बाद भी उन्होंने मौत को मात दी। लेकिन, सोमवार को हुए हमले में वे जिंदगी की जंग हार गए।
आफ्ताबे मिल्लत मौलाना कल्बे जवाद नकवी,तन्ज़ीमुल मकातिब के सेक्रेटरी मौलाना सफी हैदर साहब और पूर्व मंत्री लालजी वर्मा ने जताया रोष,हत्यारों की गिरफ्तारी कि किया मांग
इस घटना पर बसपा नेता पूर्व मंत्री लालजी वर्मा ने आक्रोश जताते हुए कहा कि जुगराम की सुरक्षा पर ध्यान दिया गया होता तो यह नौबत न आती। पहले भी उन पर हमले हुए थे, जिसके मद्देनजर प्रशासन को उन्हें सुरक्षा मुहैया करानी थी।