तहलका टुडे टीम
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक तस्वीर इन दिनों खूब वायरल हो रही है जिसमें एक लड़की एक बुजुर्ग को रिक्शे पर बिठाकर उसे खींच रही है. सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि ‘ये लड़की IAS टॉपर है जो अपने पिता को दुनिया से मिलवा रही है. ऐसी बेटी और ऐसे पिता को सेल्यूट’
बेवकूफ़ टाइप के कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरुर ने भी इस तस्वीर को ट्वीट किया है. उनके अलावा हजारों लोगों ने ट्विटर पर इस तस्वीर को शेयर किया. खबर की पड़ताल से पता चला है कि ना तो ये युवती IAS टॉपर है और ना ही इनके पिता रिक्शा चालक हैं. यानी सोशल मीडिया पर जो कहानी सुनाई जा रही है वो पूरी तरफ फर्जी है.
कौन है ये तस्वीर वाली लड़की?
इस युवती का नाम श्रमोना पोद्दार है जो पेशे से ट्रेवल ब्लॉगर हैं साथ ही कुछ ब्रांड के लिए प्रमोशनल असाइनमेंट भी करती हैं. श्रीमोना कोलकाता के पास चंद्रनगर की रहने वाली हैं. श्रीमोदा के मुताबिक ये तस्वीर उनके दोस्त ने अप्रैल में खींची थी और ये तस्वीर कोलकाता के शोभा बाजार की है.
रिक्शा चालक से क्या है श्रीमोदा का रिश्ता?
श्रीमोदा के मुताबिक हाथ रिक्शा खींचते लोगों को देखकर वो बचपन से ही इमोशनल हो जाती थीं. वो सोचती थीं कि ये कितना मुश्किल होगा या फिर रिक्शे वाले भैया कैसा महसूस करते होंगे. इसलिए उन्हें एक दिन तय किया कि वो रिक्शे वाले भैया को पीछे बिठाकर खुद रिक्शा खींचेंगी. इस दौरान उनके दोस्त ने ये फोटो ली जो कैंपेन का हिस्सा नहीं थी. रिक्शा खींचने के अनुभव को श्रमोना ने इंस्टाग्राम पर भी शेयर की है.
श्रीमोना के मुताबिक उन्हें पता है कि उनकी ये तस्वीर फर्जी कहानी के साथ वायरल हो रही है जिससे वो दुखी हैं. उनके मुताबिक तस्वीर को लेकर उनके परिजनों को भी फोन आ रहे हैं जिससे वो परेशान हैं.